शहीद जीतराम का पूर्ण सैनिक सम्मान के साथ पैतृक गांव सुन्दरावली में अन्तिम संस्कार

पुलवामा में 14 फरवरी को हुए आतंकी हमले में शहीद जीतराम के पार्थिव शरीर का शनिवार को पूर्ण सैनिक सम्मान के साथ भरतपुर जिले में स्थित उनके पैतृक गांव सुन्दरावली में अन्तिम संस्कार किया गया। शहीद जीतराम अमर रहे, जब तक सूरज चॉंद रहेगा, जीतराम तेरा नाम रहेगा, भारत माता की जय के नारों के बीच भारी गमनीन माहौल में तिरंगे में लिपटे शहीद के पार्थिव शरीर पर पुष्प चक्र अर्पित किये गये। केन्द्रीय संसदीय मामलात राज्य मंत्री अर्जुन राम मेघवाल, सांसद बहादुर सिंह कोली, गृह रक्षा एवं नागरिक सुरक्षा (स्वतन्त्र प्रभार) राज्य मंत्री भजनलाल जाटव, सीआरपीएफ के अजमेर रेंज के डीआईजी अनिल ढौंडियाल, जिला कलक्टर डॉ0 आरूशि अजेय मलिक, पुलिस अधीक्षक हैदर अली जैदी, भरतपुर मिलिट्री स्टेशन के कमान्डर कर्नल अंशुमान श्रीवास्तव, एडमिनिस्ट्रेटिव कमान्डर कर्नल पीएस जाखड, नगर विधायक वाजिब अली, नदबई विधायक जोगिन्दर सिंह अवाना, अनिरूद्ध सिंह ,डॉ0 जितेन्द्र सिंह, पूर्व विधायक अनीता सिंह व बडी संख्या में ग्रामीणों ने ने पुष्पांजलि अर्पित की। पुलिस, सीआरपीएफ व अन्य सैन्य बलोें के जवानों ने हवाई फायरिंग कर सलामी दी। शहीद के छोटे भाई विक्रम सिंह ने मुखाग्नि दी।
सभी आग्ांतुकों ने शहीद के परिजनों को ढांढस बंधाया। शहीद वीरांगना सुन्दरी, शहीद के पिताजी राधेश्याम, चाचा पूरनसिंह ने शहादत पर गर्व जताया है। शहीद अपने पीछे 2 मासूम बेटियॉं भी छोड़ गया है। इससे पूर्व शहीद का पार्थिव शव सुन्दरावली पहंचने पर माहौल गमनीन हो गया। आसपास के दर्जनों गॉंवों में चूल्हे नहीं जले। भरतपुर शहर समेत कई शहरों, कस्बों, गांवों में व्यापारियों ने स्वेच्छा से बाजार बन्द रखे।
केन्द्रीय संसदीय मामलात राज्य मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने कहा कि पूरे देश को शहीदों पर गर्व है। हम कभी भी इनका अहसान नहीं उतार सकते लेकिन परिवार की मदद कर सकते हैं। केन्द्र सरकार के पैकेज के अतिरिक्त अन्य प्रकार से भी मदद करेंगे। शहीद के खेत में सिंचाई का प्रबन्ध करेंगे इसके लिये केन्द्रीय भूजल बोर्ड या अन्य एजेन्सी से मदद करवायेंगे। शहीद की दादी को सामाजिक सुरक्षा पेंशन के अतिरक्त अन्य तरीके से भी पेंशन दिलवायेंगे। इसके लिए सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम को सीएसआर के अन्तर्गत मदद करने के निर्देश देंगे। सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम को शहीद के परिवार को पक्का मकान बनाकर देने के भी निर्देश देंगे।
गृह रक्षा एवं नागरिक सुरक्षा विभाग (स्वतन्त्र प्रभार) राज्य मंत्री भजनलाल जाटव ने बताया कि युद्ध या अन्य ऑपरेशनों में शहीद सैनिक अथवा अद्र्धसैनिक बलों के कार्मिक के परिवार को देय सहायता राशि को राज्य सरकार ने बढ़ा दिया है। अब शहीद का परिवार कुल 50 लाख रुपये नकद अथवा 25 लाख रुपये नकद के साथ इंदिरा गांधी नहर परियोजना क्षेत्र में 25 बीघा भूमि अथवा 25 लाख रुपये नकद के साथ राजस्थान आवासन मण्डल के एक आवास का विकल्प चुन सकता है। राज्य सरकार द्वारा पूर्व की भांति शहीद परिवार के एक आश्रित को सरकारी नौकरी, बच्चों को पढ़ाई के लिए छात्रवृत्ति तथा माता-पिता को 3 लाख रुपये की सावधि जमा भी देय होगी। परिवार के सदस्य को कृषि भूमि पर आउट ऑफ टर्न आधार पर बिजली कनेक्शन, शहीद की पत्नी एवं आश्रित बच्चों और शहीद के माता-पिता को राजस्थान रोड़वेज की डीलक्स एवं साधारण बसों में निःशुल्क यात्रा के लिए पास सुविधा तथा एक विद्यालय, अस्पताल अथवा अन्य सार्वजनिक स्थान का नामकरण शहीद के नाम पर किए जाना भी शामिल है।

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